NibandhSansar

चैत्र नवरात्रि पर निबंध

चैत्र नवरात्रि पर निबंध

चैत्र नवरात्रि का आरंभ हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होता है। चैत्र नवरात्रि का पर्व नौ दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है । नवरात्र में आदि शक्ति के नौ विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व माता की पूजा उपासना व्रत साधना मनोकामना और सिद्धि के कारण विशेष महत्वपूर्ण होता है।

श्रद्धालुओं में इस पर्व के लिए विशेष ऊर्जा होती है।वे ऐसे ऐसे अविश्वसनीय कार्य करते है जिसपे आश्चर्य होता है।

माता के मंदिरों में विशेष सजावट आरती व मेलों का आयोजन होता है ।लोग अलग अलग शक्तिस्थलों पर जाते है और अपनी मनोकामनाएं मांगते है।कोई विशेष इच्छा माता रानी से इन दिनों में मांगने से विशेष लाभ होता है।नवरात्रों में लोगों द्वारा माता रानी दरबारों में दर्शन के लिए हज़ारों की संख्या में भीड़ लगती है।नवरात्र पर व्रत नहीं रखने वालों के लिए कई प्रकार के पकवान बनाये जाते हैं। नवरात्र का पावन पर्व चारों तरफ भक्तिमय वातावरण निर्मित करता है।

भारतीय पंचांग में चैत्र नवरात्र के प्रारंभ से ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत होती है इसलिए चैत्र नवरात्र का भारतीय इतिहास में अत्यधिक महत्व है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top